गरीबी पर लिखी गई किताब को पुरस्कार
लंदन। गरीबी के कारणों और उसे हल करने पर लिखी गई आक्सफोर्ड के एक अर्थशास्त्री की एक किताब को इस वर्ष के प्रतिष्ठित लायनेल गेल्बर पुरस्कार से नवाजा गया है।
गेल्बर पुरस्कार से सम्मानित किताब द बाटम बिलियन व्हाई द पुवरेस्ट कंट्रीज आर फेलिंग एंड व्हाट कैन बी डन एबाउट इट आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के अर्थशास्त्री प्रोफेसर पाल कोलियर ने लिखी है। लायनेल गेल्बर पुरस्कार अंतरराष्ट्रीय मामलों में विश्व की सर्वश्रेष्ठ पुस्तक को दिया जाता है। इसका शुमार अत्यंत प्रतिष्ठित पुरस्कारों में होता है। द इकोनोमिस्ट ने इसे गैर-गल्प श्रेणी में दुनिया के सर्वाधिक महत्वपूर्ण पुरस्कार का दर्जा दिया है।
प्रो. कोलियर सेंटर फार द स्टडी ऑफ इकोनोमीज के निदेशक हैं और सेंट एंटनीज कालेज के प्रोफेसोरियल फेलो हैं। अपनी इस चर्चित किताब में प्रो. कोलियर ने पिछडे देशों का लेखाजोखा करते हुए कहा है कि इस धरती के विभिन्न हिस्सों के देशों में रहने वाले 98 करोड लोग स्पष्ट रूप से सर्वग्राही, सर्वनाशी ब्लैक होल की तरफ बढ रहे हैं।
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