एटमी करार की जानकारी संसद को
नई दिल्ली (भाषा), रविवार, 2 मार्च 2008( 18:59 IST )
जल्द से जल्द परमाणु समझौते को अंतिम रूप देने के लिए अमेरिका के दवाब के बीच सरकार द्वारा सोमवार को संसद में इस मुद्दे पर योजना का खुलासा किए जाने की संभावना है।
सूत्रों ने बताया कि विदेशमंत्री प्रणब मुखर्जी कल विदेश नीति के मुद्दों पर बयान देंगे जिसमें परमाणु मुद्दे पर सरकार के मंशा और इस संबंध में हुई प्रगति की भी चर्चा होने की उम्मीद है।
सूत्रों ने बताया कि मुखर्जी भारत-अमेरिका असैनिक परमाणु करार के सबसे अहम पहलू समझौते की सुरक्षा मानकों को लेकर आईएईए के साथ बातचीत की प्रगति पर प्रकाश डाल सकते हैं। गौरतलब है कि भारतीय अधिकारियों और आईएईए के बीच पाँचवे दौर की बातचीत गुरुवार को संपन्न हुई है।
हालाँकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि दोनों ओर से विभिन्न अहम मुद्दों जैसे सामरिक ईंधन भंडार बनाने के भारत के अधिकार और सैनिक परमाणु कार्यक्रम पर अंतरराष्ट्रीय परमाणु पर्यवेक्षकों की निगरानी आदि के संबंध में कहाँ तक गतिरोध दूर किया जा सका है।
अमेरिका आईएईए के साथ समझौते को अंतिम रूप देने के लिए भारत पर दबाव डालता रहा है और अमेरिका के विदेश उपमंत्री निकोलस बर्न्स ने इसके लिए मार्च के अंत तक की समयसीमा तय की है।
इधर वामदलों ने परमाणु समझौता किए पर सरकार को गंभीर परिणाम भुगतने के लिए चेतावनी दी है। उन्होंने माँग की कि सरकार वामदलों से मंजूरी लेकर ही आईएईए के साथ समझौते पर हस्ताक्षर करे।
विदेशमंत्री प्रणब मुखर्जी रूस और फ्रांस के नेताओं की हाल ही में भारत यात्रा के संबंध में इन देशों के साथ संबंधों की स्थिति के बारे में बातचीत कर सकते हैं। सूत्रों ने बताया कि मुखर्जी चीन के साथ संबंध में सुधार के बारे में भी सरकार को अवगत कराएँगे।
उन्होंने बताया कि मुखर्जी पाकिस्तान के प्रति भारत के नजरिए के बारे में भी चर्चा कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान में आम चुनावों के बाद वहाँ सरकार बनाने की प्रक्रिया चल रही है।
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