त्रिपुरा में फिर लहराया लाल झंडा Mar 07, 03:27 pm
अगरतला/शिलांग। वाम मोर्चा ने एक बार फिर त्रिपुरा में धमाकेदार प्रदर्शन किया है। 60 सदस्यीय विधानसभा चुनाव के नतीजे शुक्रवार को घोषित किए गए। मोर्चा ने इनमें से 49 सीटें जीती हैं। इनमें से अकेले माकपा की सीटों की संख्या 46 है। इससे उलट मेघालय में किसी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है। यहां मतदाताओं ने त्रिशंकु विधानसभा के लिए जनादेश दिया। कांग्रेस 25 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी 14 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर रही। यहां 59 सीटों के लिए चुनाव हुआ था। नगालैंड के 60 सीटों के लिए मतगणना शनिवार को होगी। यहां भी पंगु जनादेश की अटकलें लगाई जा रही हैं।
त्रिपुरा में वाम मोर्चा के प्रमुख घटक माकपा को 46 सीटों पर कामयाबी मिली है जबकि इसकी सहयोगी आरएसपी को दो और भाकपा को एक सीटें मिली हैं। इस प्रकार माकपा को अपने बूते पर ही तीन चौथाई बहुमत मिल गया है। विपक्षी कांग्रेस सिर्फ दस सीटों तक सिमट कर रह गई है। उसकी सहयोगी इंडीजेनस नेशनलिस्ट पार्टी आफ त्रिपुरा [आईएनपीटी] महज एक सीट हासिल कर सकी।
मुख्यमंत्री माणिक सरकार [माकपा] धनपुर क्षेत्र से विजयी हुए। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को 2900 वोटों से पराजित किया। जीतने वाले प्रमुख लोगों में वित्त मंत्री बादल चौधरी [माकपा] शामिल हैं जिन्होंने हरिश्यामुख सीट अपने पास बनाए रखी। उन्होंने 7761 मतों से चुनाव जीता। श्रम मंत्री फैजुर रहमान भी कुर्ती से विजयी रहे।
शिलाग से प्राप्त खबर के अनुसार मेघालय में कांग्रेस 25 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है। निवर्तमान विधानसभा में गठबंधन सरकार का नेतृत्व करने वाली कांग्रेस के इस बार निर्दलीयों, हिल स्टेट पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी [एचएसपीडीपी] और खुन हेनिनत्रिप नेशनल अवेकनिंग मूवमेंट [केएचएनएएम] जैसे छोटे दलों के साथ मिलकर सरकार बनाने की संभावना है।
पूर्व लोकसभा अध्यक्ष पीए संगमा के नेतृत्व में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को 14 सीटें मिली हैं, जबकि यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी [यूडीपी] को 11, एचएसपीडीपी को दो, केएचएनएएम और भाजपा को एक-एक सीट मिली है। निर्दलीयों ने पांच सीटों पर कब्जा जमाया है। कांग्रेस उम्मीदवार सेंगरान एम संगमा के निधन के चलते बाघमारा सीट पर चुनाव 22 मार्च को होना है। विश्लेषकों का कहना है कि केंद्र में संप्रग सरकार की घटक राकांपा के राज्य में कांग्रेस के नेतृत्व में बनने वाली सरकार में शामिल होने की संभावना नजर नहीं आ रही है।
मुख्यमंत्री डीडी लपंाग नोंगपो सीट बचाने में कामयाब रहे हैं जबकि उप मुख्यमंत्री और यूडीपी उम्मीदवार दोनकुपार राय ने शेला सीट जीत ली है। दूसरे उप मुख्यमंत्री और कांग्रेसी उम्मीदवार मुकुल संगमा अमपातगिरी सीट पर पुन: कब्जा जमाने में कामयाब रहे हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री और यूडीपी उम्मीदवार ईके मावलांग ने कांग्रेस से उमरोई सीट छीन ली है। एक अन्य पूर्व मुख्यमंत्री फिलेंडर एंडर्सन खोंगलाम [एचएसपीडीपी] सोहरा सीट डब्ल्यू खोंगजी के हाथों गंवा चुके हैं।
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