गढ़वाली हास्य -व्यंग्य
सौज सौज मा मजाक मसखरी
हौंस,चबोड़,चखन्यौ सौज सौज मा गंभीर चर्चा ,छ्वीं
संजय दत्तन कथगा ग्राम हौग अर कथगा मिली लीटर मूत ?
चबोड़्या - चखन्यौर्या: भीष्म कुकरेती
(s = आधी अ )
टीवी प्रोग्रैमर - सर ब्रेकिंग न्यूज मा क्या दिये जावो ?
समाचार सम्पादक -क्या क्या समाचार अयाँ छन।
टीवी प्रोग्रैमर -सर एक समाचार अयुं च बल भारत मा स्लम मा रौण वाळु मादे सिरफ़ छबीस प्रतिशत लोगुं तैं स्वच्छ अर पीण लैक पाणि मिलद अर लगद नी च कि अगला बीस सालोंम यूँ तैं पीण लैक पाणि मीलल
समाचार सम्पादक -अर दुसर समाचार क्या च?
टीवी प्रोग्रैमर -संजय दत्त को वकीलन कोर्ट मा अर्जी दे कि चूंकि संजय दत्त तैं फ्रांस से आयातित मिनरल वाटर 'इवान' को ढब पोड्यु च अर जेलम फ्रांस से आयातित मिनरल वाटर नि मिलदो तो संजय दत्त तैं भैर बिटेन 'इवान' मिनरल वाटर लिजाणो इजाजत दिए जावु
समाचार सम्पादक -वाह ! ब्रेकिंग न्यूज द्यावो कि भारत तै आजाद हुयां छौसट साल ह्वे गेन पण अबि बि भारतीय जेलुंम मिनरल वाटर की व्यवस्था नी च। अचकाल अमूनन हर रोज मूर्धन्य नेता, उद्योगपति, बड़ा बड़ा अधिकारी, क्रिकेटर खिलाड़ि, फिल्म सेलिब्रिटी जेल जाणा छन अर अफ़सोस की बात च कि अबि बि भारतीय जेलोंम मिनरल वाटर की व्यवस्था नी च।
टीवी प्रोग्रैमर -अर भारतीय गरीबो तैं स्वच्छ पाणि नि मिलणु च वीं न्यूजs क्या करण?
समाचार सम्पादक -गरीबो वास्ता पाणि नसीब नी होंद की न्यूज त रात लैक बि नी च। त भारतीय गरीबुं तैं साफ़ पीण लैक पाणि नि मिलणु को समाचार तै कूड़ादान मा फेंकि दे।
टीवी प्रोग्रैमर - सर सर ! द्वी संवाददाताओं ब्रेकिंग समाचार अयाँ छन।
समाचार सम्पादक -क्या क्या ?
टीवी प्रोग्रैमर -पैल च बल यूनेस्को की रिपोर्ट्नुसार हिन्दुस्तान कुपोषण का मामला मा बंगलादेस का थ्वड़ा इ पैथर च अर स्तिथि भौत ही शर्मनाक च।
समाचार सम्पादक -यी संवाददाता ऐन जी ओ चलाणा छन कि हिंदी न्यूज चैनेल ? कुपोषण को समाचार मा क्वी सेन्सेसन च क्या ? दुसर ब्र्केंग न्यूज क्या च ?
टीवी प्रोग्रैमर -दुसर समाचार च बल जेलम खाणा ठीक नि होण से संजय दत्तन कोर्ट से ड्यारौ खाणक खाणो इजाजत मांग।
समाचार सम्पादक - अरे वाह ! फटाफट ब्रेकिंग न्यूज दे कि भारतीय मा खाणक ठीक नि मिलदो। अर प्राइम टाइम पर 'भारत की प्रमुख ज्वलंत समस्या-जेल में कैद्यों को खराब खाना ' नाम से एक लाइव डिबेट को इंतजाम कौरो। पैनल मा भारत का नामी डाइटेसन, भूतपूर्व जेल अधिकारी, संजय दत्त को वकील , एक समाजशास्त्री अर कौंग्रेस अर भाजापा का प्रवक्ता तैं बुलावो अर डिबेट तैं गरमा गरम बणावो कि भोळ समाचार पत्र बि जेल में बदतर खाने की समस्या पर संपादकीय ल्याखन।
टीवी प्रोग्रैमर -जी ! अर यूनेस्को की भारत में कुपोषण की बहुत बुरी दशा रिपोर्टो क्या करण ?
समाचार सम्पादक -तैं नॉन सेंसेसनल रिपोर्ट तैं वापस यूनेस्को इ भेजि दे
टीवी प्रोग्रैमर -सर द्वी हौर समाचार अयाँ छन
समाचार सम्पादक -पैलि रिपोर्ट च बल इंडिया मा दो तिहाइ ग्रामीणु माँ हगण -मुतण याने पाखाना जाणै सुविधा नी च अर शहरो का भी बुरा हाल छन लाखों शहरी रेल पटरी या रस्तों मा ही खुलेआम टट्टी पेशाब करदन।
टीवी प्रोग्रैमर -यूं गधा संवाददाताओं तैं समझावो कि बेकार खबर नि भेजा करें, भारत मा हगण -मुतण ( पाखाना ) सुविधा नी छन बि क्वी समस्या च या क्वी न्यूज च ? ये संवाददाता को डिमोसन आज ही होण चयेंद। दुसर समाचार क्या च ?
समाचार सम्पादक -दुसर समाचार क्या च?
टीवी प्रोग्रैमर -सर ! संजय दत्त को जेल संबंधी समाचार च।
समाचार सम्पादक -हाँ हाँ चौड़ बोल क्या समाचार च?
टीवी प्रोग्रैमर -जेल माँ स्वच्छ अर साफ़ पाखाना की सुविधा नि होण से संजय दत्त तैं हगण अर मुतण मा परेशानी हूणि च।
समाचार सम्पादक -संवाददातान अपण रिपोर्ट को समर्थन मा कुछ डाटा बि कलेक्ट करिन
टीवी प्रोग्रैमर -जी हाँ ! जख संजय दत्त रोज तीन सौ ग्राम, एक सौ सात मिलीग्राम हगुद छौ उख संजय दत्त जेलम केवल चार सौ ग्राम अर नौ मिलीग्राम हगणु च।
समाचार सम्पादक -एक्सीलेंट ऐंड इम्पोर्टेंट न्यूज! अर संजय दत्तौ मुतणो बारा मा क्या खबर च
टीवी प्रोग्रैमर -सर जेल मा साफ़ अर स्वच्छ टॉयलेट नि होण से बि संजय दत्त को पेशाब करण मा बि फरक पोड़ी गे!
समाचार सम्पादक - पेशाब की मात्रा कथगा फरक पोड़ ?
टीवी प्रोग्रैमर -जख पैल संजय दत्त तैं रोजाना एक लीटर अर पांच सौ तेतीस मिली लिटर पिशाब होन्दि छे , जेलम साफ़ स्वच्छ टॉयलेट नि होण से संजय दत्त सिरफ एक लीटर अर चार सौ इकतीस मिली लिटर हि मुतणु च।
समाचार सम्पादक -वेरी गुड ब्रेकिंग न्यूज ! ये संवाददाता को अबि प्रोमोसन कारो। फटाफट ब्रेकिंग न्यूज बणा कि भारतीय जेलों मा पाखाना की बड़ी दुर्दशा, कुदशा अर सरकार इथगा बड़ी समस्या होंद बि सियीं च
टीवी प्रोग्रैमर -जी संजय दत्त को हगण -मुतण संबंधी ब्रेकिंग न्यूज शुरू ह्वे ग्याइ
समाचार सम्पादक -अर सूण एक्स्ट्रा प्राइम टाइम मा एक डिबेट रखो जैक विषय ह्वालु -भारतीय जेलों में आधार भूत मानवीय सुविधाओन की अनदेखी। पैनेल मा यूरीनोलोजिस्ट, मनोवैज्ञानिक, एक डाक्टर , एक समाजशास्त्री अर द्वी राजनैतिक नेताओं तैं भट्यावो। डिबेट तैं हॉट बणाणै जुमेवारी तेरी च। डिबेट इथगा गरम होण चयेंद कि महाराष्ट्र का जेल मंत्री भोळ जेलों मा कैद्युं मलमूत्र दिखणो स्वयं जावन।
टीवी प्रोग्रैमर - जी वांक चिंता नि कारो डिबेट से मंत्री ही ना विरोधी पार्टी बि भोळ आर्थर जेल मा पाखाना याने टॉयलेट दिखणो जाला।
समाचार सम्पादक - वेरी गुड . बस तीन चार घंटा यूँ द्वी ब्रेकिंग न्यूज से सेन्सेसन लावो कि हमर चैनेल को टीआरपी बढ़ जावो।
Copyright @ Bhishma Kukreti 19/05/2013
(लेख सर्वथा काल्पनिक है )
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Regards
Bhishma Kukreti
Bhishma Kukreti
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