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From: Hastakshep.com | News Letter <noreply@hastakshep.in>
Date: 2010/12/15
Subject: Hastakshep.com | News Letter
To: palashbiswaskl@gmail.com
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नवीनतम प्रकाशित लेख
वे आए तो हमने सिर पे बैठाला हम गए तो लतियाया ......
वे आए तो हमने सर पे बैठाला हम गए तो लतियाया इसी तर्ज पर अमेरिका हमारे देश से व्यवहार कर रहा है। क्या हमारा स्वभाव बन गया है, कि हम उनके लतियाने को भी अपना अहो भाग्य समझें और उलट कर उनके पैर की मालिश करने लगे कि सरकार चोट तो नहीं लगी।अमेरिकी राष्ट्रपति बराक हुसैन ओबामा भा�¤ Read...
कामसूत्र में कामुकता के नियमों का खेल
आनंद में जब अविश्वास पैदा हो जाता है तो उसका सीधा असर शरीर और आत्मा पर पड़ता है।साथ ही वैवाहिक जीवन में कामुक सुख और वैवाहिक दायित्वों पर भी असर पड़ता है। कामसूत्र में कामुकता संबंधी चिन्ताओं और समस्याओं पर उतना ध्यान नहीं दिया गया जितना कामुक आनंद प्राप्त करने पर। कामुक आनंद से संबंधित जो तत्व और संबंध ह Read...
A GESTURE OF SOLIDARITY WITH PEOPLE OF PALESTINE
An Asia to Gaza caravan is being planned from New Delhi to Gaza during the month of December, 2010, as part of the international effort to break the two year old blockade of Gaza by Israeli forces. This is probably the first time such an ambitious caravan, through land route, has been planned to express solidarity with the Palestinian cause. It is to travel through Pakistan , Iran , Turkey , Syria and Egypt . On the way a part of the caravan will also visit Jordan and Lebanon . Meetings will be organized along the route to mobilize public opinion against the blockade of Gaza by Israel , the anniversary of which falls on 27th December. If everything goes alright the caravan will reach Gaza to coincide with this date. A young activist from Mumbai, Feroze Mithiborwala, with Gandhian Read...
गर्त में गये गांव
गांवों की कहानी आकड़ों की जुबानी : 2021 तक भारत में महानगरों की संख्या दुनिया में सबसे ज्यादा होगी और हर महानगर में 1 करोड़ से ज्यादा लोग रह रहे होंगे. अमेरिकन इंडिया फाऊंडेशन ऐसा मानता है और वहीं भारत सरकार की जनगणना के मुताबिक भी बीते एक दशक में गांवों से तकरीबन 10 करोड़ लोगों ने पलायन किया है. जबकि निवास स्थान à Read...
आरटीई के बावजूद शिक्षा हासिल करना एक चुनौती
''हमारे समूह ने अपने गांव में एचआईवी के साथ जीने वाले एक बच्चे के साथ बरते जाने वाले भेदभाव के खिलाफ कदम उठाया.'' उत्तर-प्रदेश की एक बाल पंचायत से किशन कुमार कहते हैं कि ''हमने उसके साथ खेला, उसके साथ खाया और वह हमारा दोस्त बन गया. इससे हमसे उम्र में बहुत बड़े लोग शर्मिदा हुए और उन्हें एचआईवी के बारे में फैली अà Read...
जाति की जड़ों को काटतीं औरतें
उस्मानाबाद | देश में कुल आबादी का एक-चौथाई हिस्सा दलितों और आदिवासियों का है। मगर उनके पास खेतीलायक जमीन का महज 17.9 प्रतिशत हिस्सा है। इसी तरह कुल आबादी में करीब आधी हिस्सेदारी औरतों की है। जो कुल मेहनत में बड़ी हिस्सेदारी निभाती हैं और उन्हें कुल आमदनी का 10 वां हिस्सा मिलता है। ऐसे में दलित और उस पर भी एक औरत ह Read...
मीडिया में मुस्लिम औरतें दिखती भी हैं मगर इस तरह
कहते हैं कि "मीडिया में जो सच नहीं होता, कई बार वह सच से भी बड़ा सच लगने लगता है।" कहते हैं ऐसे हालत से बचने के लिए "जो दिख रहा है वो क्यों दिख रहा है को लेकर चलो" तो कुछ ज्यादा पता चलता है। ऐसे ख्यालों से बेदखल दिलोदिमाग के बीच मेरी नजर यूट्यूब में कुछ और सर्च करते-करते कहीं और जा अटकी। मैंने देखा मुस्लिम औरत को इस्à Read...
मध्य प्रदेश में सरकारी स्कीमों का फायदा लेने वालों को बीजेपी में भर्ती किया जाएगा
मध्य प्रदेश में बीजेपी का सदस्यता अभियान जोर शोर से चल रहा है . हर जिले में पार्टी के कार्यकर्ता ऐसे लोगों को तलाश रहे हैं जो पार्टी की सदस्यता स्वीकार कर लें और राज्य में बीजेपी का बहुत ही मज़बूत जनाधार बन जाय.इसके लिए बीजेपी ने जो तरीका अपनाया है वह लोकतंत्र के बुनियादी नियमों के खिलाफ है.एक बहुत ही सà Read...
ममता का किसानों से पार्टटाइम प्रेम
रेलमंत्री ममता बनर्जी का अशांत किसानप्रेम उन्हें अंधे गली में ले गया है। वे किसानहठ की शिकार हैं। किसानहठ राजनीतिक प्रतिगामिता को जन्म देता है। ममता का किसान से रोमैंटिक संबंध है। उसका किसान के हितों और भावबोध से कोई लेना-देना नहीं है। ममता के आंदोलन के कारण लालगढ़ और नंदीग्राम अशांति के बड़े केन्दà Read...
कुछ बातें बेमतलब / निर्वहन कुमार का निर्वहन
निर्वहन का यह मतलब नहीं होता है कि निभाते जाओ । निर्वहन का असली मतलब होता है ठेंगा । लेकिन बिहार में अभी निर्वहन का दौर चल रहा है । हालांकि अधिकांश निर्वहन घोषणा है । घोषणा सिर्फ घोषणा के लिए होती है , उनका निर्वहन करना कठिन काम होता है । अधिकांश निर्वहन में माल खर्च होता है । इसी के लिए पुरानी कहावत है , न नौ मन Read...
विकिलीक्स के भारतीय संस्करण की ज़रूरत नहीं...
देश विदेश के विभिन्न सूचना माध्यमों में विकिलीक्स ने खासा स्थान बना लिया है .कुछ भारतीय मनचलों ने तो इसके भारतीय संस्करण की आवश्यकता भी रेखांकित की है .दिसंबर २०१० का आगाज दो बातों के लिए इतिहास में दर्ज रहेगा .एक -भारत में सत्ता और पूंजीवादी विपक्ष का लज्जास्पद कुकरहाव .   Read...
ऐतिहासिक तथ्य-अन्वेषण और आस्था...
अयोध्या विवाद के सन्दर्भ में लखनऊ खंड पीठ द्वारा सम्बन्धित पक्षकारों को दी गई ९० दिन की समयावधि वीतने जा रही है ..इस विमर्श में जहाँ एक ओर हिंदुत्व वादियों ने अपने पुराने आस्था राग को जारी रखाऔर धर्मनिरपेक्षता पर निरंतर प्रहार जारी रखे वहीं दूसरी ओर मुस्लिम पक्ष ने भी दवी जबान से कभी न Read...
करकरे तुझे सलाम
करकरे तुझे सलामअमलेन्दु उपाध्याय26/11 ब्लैक नवंबर, केवल मुंबई पर हमला नहीं था, बल्कि यह हमला धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक संविधान और समूचे भारतीय गणतंत्र के साथ साथ इंसानियत पर भी हमला था। इस हमले में मुंबई एटीएस के बहादुर महानिदेशक हेमंत करकरे और दो अन्य अधिकारियों समेत 20 सिपाहियों को अपनी जान गंवानà Read...
बेचारा मर्द...
मसलन...अगर औरत पर हाथ उठाये तो : ज़ालिमऔरत से पिट जाये तो : बुज़दिलचुप रहे तो : बेगैरतघर से बाहर रहे तो : आवाराघर में रहे तो : नकाराबच्चों को डाटें तो : बेरहमन डाटें तो : Read...
कुछ बातें बेमतलब / खेत खाए गदहा , मार खाए जोलहा
कुछ कहावतें मजेदार होती हैं । मसलन एक कहावता बहुत ही मजेदार है । नारियां क्षमा करें , यह कहावत उनके खिलाफ है । पर है बहुत मजेदार । नारी ,अगर इस कहावत को अपने पर न लें और अलग अलग रुपकों में इसको समझें तो उन्हें भी मजा आएगा । तो कहावत है कि इयार का गुस्सा भतार पर !अब इसे यूं भी समझ सकते हैं कि हार का गुस्सा ईवीएम प Read...
नारी उत्थान का नंगा सच
जहाँ देखिये नारीवाद का राग अलापते आपको बहुत सी महिलाएं , बहुत से संस्थाए मिल जाएँगी । लेकिन इनका वास्तविक चेहरा क्या है ये कम लोगों को ही ज्ञात होगा । होगा भी कैसे प्रगतिवाद का अँधा चस्मा जो लगा है । फिर भी ये खुद को फेमिनिस्ट कहने वाली महिलाएं वैसे बील में ही रहती हैं लेकिन समय-समय पर अपनी उपस्थिति दर्ज करने Read...
आरडी निमेष जांच आयोग की रिपोर्ट तत्काल जारी की जाय- पीयूसीएल
आजमगढ़ 13 दिसंबर 2010/ मानवाधिकार संगठन पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज ;पीयूसीएलद्ध ने मुख्यमंत्री से तारिक कासमी और खालिद की गिरफ्तारी की जांच के लिए बने आरडी निमेष जांच आयोग की रिपोार्ट तत्काल सार्वजनिक करने की मांग की। संगठन के प्रदेश संगठन मंत्री मसीहुद्दीन संजरी, तारिक शफीक और विनोद यादव ने कह�¤ Read...
हिन्दी साहित्यालोचना का नीरा राडिया पंथ
'आलोचना'पत्रिका ने हाल के बरसों में किसी गंभीर साहित्यिक बहस को जन्म नहीं दिया है। और न हिन्दी में किसी आलोचक को प्रतिष्ठित ही किया है सिवाय संपादक नामवर सिंह के। फिर भी हिन्दी में उसे आलोचना की महान पत्रिका कहते हैं। सोचने वाली बात यह है यह पत्रिका भी अब प्रायोजन और फिक्सिंग के नीरा राडिया मार्ग की पथिक �¤ Read...
कुछ बातें बेमतलब / पगड़ी संभाल जट्टा ..
अमेरिकी मन मिजाज का जवाब नहीं । अक्ल के कोरे हैं । बेचारे दिल्ली के बस कंडक्टरों की बोली में छोरे हैं । अमरीकी सिनेमा में न जाने कितने बहादुर दिखाए जाते हैं । असल में यह बेवकुफों की एक जमात है । अब इन्होने पगड़ी को छेड़ा है । साड़ी से मन नहीं भरा , अब पगड़ी में उन्हें बम छिपा दिखता है । अमेरिकी मन मिजाज को हर तरफ Read...
'बनाना रिपब्लिक' कहिए या कंपनी राज
२ जी घोटाले और नीरा राडिया टेप्स को लेकर जारी शोर-शराबे के बीच पर्दे के पीछे राजनीति और कारपोरेट जगत में ऐसा बहुत कुछ चल रहा है जिसके बहुत गहरे निहितार्थ हैं. उदाहरण के लिए मौजूदा विवाद के बीच हाल में टाटा समूह के प्रमुख रतन टाटा और केन्द्रीय कृषि मंत्री शरद पवार के दो अलग-अलग लेकिन काफी हद तक आपस में जुड़े बय�¤ Read...
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Palash Biswas
Pl Read:
http://nandigramunited-banga.blogspot.com/
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